Saturday, December 14, 2019

HOW TO DO A SAMAYIK सामायिक कैसे करे विधि JAIN SAMAYIK VIDHI

||SAMAYIK LENE KI VIDHI ||
|| HOW TO TO SAMAYIK ||
|| SAMAYIK KAISE KARE ||
|| सामायिक कैसे करे विधि ||
|| सामायिक विधि ||


समय में समता भाव में रमण करना सामायिक है |
सामायिक के लिए कोई समय नही है सामायिक कभी भी की जा सकती है परंतु सामायिक के लिए ब्रह्म समय उत्तम माना गया है |
उत्तर ,पूर्व , ईशान दिशा में भी मुह कर -कर सकते है।

कृपया ध्यान दें कि सामायिक का आधार ध्यान की गहराई में उतरना और स्वयं को और हमारी आत्मा को जानना है। इसे हासिल करने के लिए सामायिक एक शक्तिशाली कदम है।
Alag alag sampradya main vidhi alag ho sakti hain par udeshya ek hi hain.
नीचे दिए गए वीडियो में 7.21 मिनट तक एक सामायिक लेने का वीडियो दिखाया गया है और फिर बाद में समैइक को कैसे पूरा किया जाए।

एक सामायिक की न्यूनतम अवधि 48 मिनट है |

Explanation of the samayik is at the end of the Samayik.(very important)
Please note that the base of samayik is to get into the depth of meditation and know yourself and our soul.(SAMTA BHAV)
Samayik is one of the powerful step to achieve this.
Minimum duration of samayik is 48 minutes.

Samayik importance and steps might vary as per different sects but the main concept remains the same.In the below video Maharaj Saheb have explained very minutely each and every step of Samayik.



Below Video shows taking a Samayik upto 7.21 minutes and then later how to complete the samayik.(thanks to Aunty on screen)


Prerequisites / आवश्यकताएँ:

1) शुद्ध वस्त्र :Wear clean(shudh) comfortable clothes and if possible wear white clothes for positive energy.
2) कतासना :Sit on a preferably cotton wool or a plain cloth.(प्लेन कपड़ा )
3) चरवला मुँहपत्ती :You should have a charwala and muhpatti as shown below.
4) गुरु का योग ना हो तो उच आसन पर धर्मिक पुस्तक रखे :
If you are not in upashray(worship place) then place a book in front of you as shown in the below image as a symbol of Guru.

5) एक बार जब आपने सामायिक ले लिया तो आपको 48 मिनट एक जैन साधु के नियमों का पालन करना चाहिए। (बहुत महत्वपूर्ण)
Once you have taken the samayik then for 48 minutes you should follow the rules of a Jain sadhu.(very important)

Below are the steps to directly do the Samayik.You need to say the sutra as they are in the sequence .
अनुक्रम से सूत्र कहे 

Let us know START THE SAMAYIK
सामायिक शुरू करते हैं 

1) प्रथम नवकार मंत्र और उसके बाद पंचिंदिय(उपर की मुद्रा में) कहें। यह हमारे सामने गुरु का प्रतीक / स्तापना करे।
1) Say Navkar mantra and then Panchindiya( in above posture) as below. This is to symbolise/stapana of the Guru in front of us.

णमो अरिहंताणं,
णमो सिद्धाणं,
णमो आयरियाणं,
णमो उवज्झायाणं,
णमो लोए सव्व साहूणं ।
एसोपंचणमोक्कारो, सव्वपावप्पणासणो ।
मंगला णं च सव्वेसिं, पडमम हवई मंगलं ।


| | पंचिंदिय | |

पंचिंदिय-संवरणो, तह नव-विह-बंभचेर-गुत्तिधरो.
चउविह-कसाय-मुक्को, इअ अट्ठारस-गुणेहिं संजुत्तो… 1.

पंच-महव्वय-जुत्तो, पंच-विहायार-पालण-समत्थो.
पंच-समिओ तिगुत्तो, छत्तीस-गुणो गुरू मज्झ.. 2.

 Do One Khamasamna as shown below.(bow down)
एक खमासमणा दे 

इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,
मत्थएण वंदामि.. .1.

STAND AND SAY BELOW SUTRAS 
खड़े होकर सूत्र कहे

|| इरियावहिया सूत्र ||

इच्छा-कारेण संदिसह भगवन् ! 
इरियावहियं पडिक्कमामि ?
इच्छंइच्छामि पडिक्कमिउं.....1.
इरियावहियाएविराहणाए....2.
गमणागमणे.........3.

पाण-क्कमणेबीय-क्कमणेहरिय-क्कमणे,
ओसा-उत्तिंग-पणग-दग-मट्टी-मक्कडा-संताणा-संकमणे..4.
जे मे जीवा विराहिया.......5.

एगिंदियाबेइंदियातेइंदिया
चउरिंदियापंचिंदिया...6.

अभिहयावत्तियालेसिया
संघाइयासंघट्टिया,

परियावियाकिलामियाउद्दविया,

ठाणाओ ठाणं संकामिया
जीवियाओ ववरोविया,
तस्स मिच्छा मि दुक्कडं.....7

|| TASSA UTTARI SUTRA||

तस्स उत्तरी-करणेणं, 
पायच्छित्त-करणेणं,
विसोही-करणेणं, 
विसल्ली-करणेणं,
पावाणं कम्माणं निग्घायणट्ठाए, 
ठामि काउस्सग्गं...1.

|| अन्नत्थ सूत्र  ||

अन्नत्थ-ऊससिएणं, नीससिएणं, खासिएणं, 
छीएणं, जंभाइएणं, उड्डुएणं, वाय-निसग्गेणं, 
भमलीए, पित्त-मुच्छाए.....1.

सुहुमेहिं अंग-संचालेहिं,  सुहुमेहिं खेल-संचालेहिं,
सुहुमेहिं दिट्ठि-संचालेहिं...2.

एवमाइएहिं आगारेहिं,  अ-भग्गो अ-विराहिओ,
हुज्ज मे काउस्सग्गो...3.

जाव अरिहंताणं भगवंताणं, 
नमुक्कारेणं न पारेमि....4.
ताव कायं ठाणेणं मोणेणं झाणेणं, 
अप्पाणं वोसिरामि....5.

एक लोगसा नहीं आवे तोह ४ नवकार का काउसग्ग करे 
Now say 1 Logassa If you dont know Logassa then say 4 Navkar mantra in Kausagg mudra.
Once done again say Logassa Sutra in normal posture as below.
प्रकट लोगसा कहे 
 || SHREE LOGASSA SOOTRA || 
लोगस्स उज्जोअ-गरे, धम्म-तित्थ-यरे जिणे
अरिहंते कित्तइस्सं, चउवीसं पि केवली    1
उसभ-मजिअं च वंदे, संभव-मभिणंदणं च सुमइं च
पउम-प्पहं सुपासं, जिणं च चंद-प्पहं वंदे    2
सुविहिं च पुप्फ-दंतं, सीअल-सिज्जंस-वासु-पुज्जं च
विमल-मणंतं च जिणं, धम्मं संतिं च वंदामि    3
कुंथुं अरं च मल्लिं, वंदे मुणि-सुव्वयं नमि-जिणं च
वंदामि रिट्ठ-नेमिं, पासं तह वद्धमाणं च    4
एवं मए अभिथुआ, विहुय-रय-मला पहीण-जर-मरणा
चउ-वीसं पि जिणवरा, तित्थ-यरा मे पसीयंतु    5
कित्तिय-वंदिय-महिया, जे ए लोगस्स उत्तमा सिद्धा
आरुग्ग-बोहि-लाभं, समाहि-वर-मुत्तमं-दिंतु    6
चंदेसु निम्मल-यरा, आइच्चेसु अहियं पयास-यरा
सागर-वर-गंभीरा, सिद्धा सिद्धिं मम दिसंतु    7

Give 1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,
मत्थएण वंदामि.. .1.

Now Say /हाथ जोड़कर पूछे 

"इच्छाकारेण संदिसह भगवन सामायिक मुहपट्टी पडिलेहुं ?"

"इछ्म" (हां) कहें।

Now open the Muhpatti and do padilehan.(If you dont know then just open it and say all good qualities come in and all bad qualities should go out and reshape the muhapatti in its original form.)

अब मुहपट्टी खोलें और पैडिलेहन करें। 
(यदि आप नहीं जानते हैं तो बस इसे खोलें और कहें कि सभी अच्छे गुण आप में आए और सभी बुरे गुण निकल जाए और अपने मूल रूप में मुहपट्टी को लाए ) 
Give 1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,

मत्थएण वंदामि.. .1.
Say 
"इच्छाकारेण संदिसह भगवन सामायिक संदिसाहुं ?"
"इछ्म" (हां) कहें।

1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,

मत्थएण वंदामि.. .1.
Say 
"इच्छाकारेण संदिसह भगवन सामायिक ठाउं ?"
"इछ्म" (हां) कहें।

Join hands neat forehead andsay 1Navkar /हाथ जोड़कर नवकार कहे 

इच्छकारी भगवन ! पसाय  करी सामायिक दंडक उच्चरावोजी ?
If Guru is present then he will say "Karemi Sutra" if not then you should say below sutra with joining hands
Guru ki aagnya se.
तब गुरु अथवा पूज्य व्यक्ति न हो तोह सामायिक लेनेवाले स्वयं यह सूत्र कहे 
|| करेमि भंते सूत्र || 

करेमि भंते !
सामाइयं सावज्जं जोगं पच्चक्खामि,
जाव नियमं पज्जुवासामि,
दुविहं, ति-विहेणं,
मणेणं, वायाए, काएणं,
न करेमि, न कारवेमि, तस्स भंते !

पडिक्कमामि, निंदामि, गरिहामि, अप्पाणं वोसिरामि. . .1.

Say 
"इच्छाकारेण संदिसह भगवन बेसणे संदिसाहुं ?"
"इछ्म" (हां) कहें।
Give 1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,
मत्थएण वंदामि.. .1.
Say 
"इच्छाकारेण संदिसह भगवन बेसणे ठाउं ?"
"इछ्म" (हां) कहें।
Give 1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,
मत्थएण वंदामि.. .1.

"इच्छाकारेण संदिसह भगवन सज्झाय संदिसाहुं ?"
"इछ्म" (हां) कहें।
Give 1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,
मत्थएण वंदामि.. .1.


"इच्छाकारेण संदिसह भगवन सज्झाय करुँ ?"
"इछ्म" (हां) कहें।

Now say 3 Navkar Mantra. - ३ नवकार कहे 
From now you Samayik is started and you should stay in SAMTA BHAV for 48 minutes.
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Forget everything and just do meditation .Right now you have left all the sansarik kriya and hence stop thinking about the world and concentrate first on the breath and then start meditation.
For more on this see some video on preksha dhyaan to start with.
You can also read dharmik books and learn some sutras.
Mala bhi gin sakte hain.
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After 48 minutes you can start the samayik parne ki vidhi.(you can continue if you want).
If you have taken sankalp/thought/oath of taking multiple samayiks together then  you dont need everytime complete the samayik process ,you can just follow the "Samayik lene ki prakriya"

48 मिनट के बाद आप सामायिक पारणे की विधि शुरू कर सकते हैं। (आप चाहें तो जारी रख सकते हैं)।

यदि आपको एक से ज्यादा सामायिक साथ मैं लेनी हैं तोह करेमि भंते बोलने के समय मन मे धारणा /संकल्प लेना चाहिए | आप बिना सामायिक पारे दूसरी सामायिक लेने की क्रिया कर सकते हे 

|| सामायिक पारणे की विधि ||
|| Steps to Complete the Samayik ||

1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,
मत्थएण वंदामि.. .1.


STAND AND SAY BELOW SUTRAS 
खड़े होकर सूत्र कहे

|| इरियावहिया सूत्र ||

इच्छा-कारेण संदिसह भगवन् ! 
इरियावहियं पडिक्कमामि ?
इच्छंइच्छामि पडिक्कमिउं.....1.
इरियावहियाएविराहणाए....2.
गमणागमणे.........3.

पाण-क्कमणेबीय-क्कमणेहरिय-क्कमणे,
ओसा-उत्तिंग-पणग-दग-मट्टी-मक्कडा-संताणा-संकमणे..4.
जे मे जीवा विराहिया.......5.

एगिंदियाबेइंदियातेइंदिया
चउरिंदियापंचिंदिया...6.

अभिहयावत्तियालेसिया
संघाइयासंघट्टिया,

परियावियाकिलामियाउद्दविया,

ठाणाओ ठाणं संकामिया
जीवियाओ ववरोविया,
तस्स मिच्छा मि दुक्कडं.....7

|| TASSA UTTARI SUTRA||

तस्स उत्तरी-करणेणं, 
पायच्छित्त-करणेणं,
विसोही-करणेणं, 
विसल्ली-करणेणं,
पावाणं कम्माणं निग्घायणट्ठाए, 
ठामि काउस्सग्गं...1.

|| अन्नत्थ सूत्र  ||

अन्नत्थ-ऊससिएणं, नीससिएणं, खासिएणं, 
छीएणं, जंभाइएणं, उड्डुएणं, वाय-निसग्गेणं, 
भमलीए, पित्त-मुच्छाए.....1.

सुहुमेहिं अंग-संचालेहिं,  सुहुमेहिं खेल-संचालेहिं,
सुहुमेहिं दिट्ठि-संचालेहिं...2.

एवमाइएहिं आगारेहिं,  अ-भग्गो अ-विराहिओ,
हुज्ज मे काउस्सग्गो...3.

जाव अरिहंताणं भगवंताणं, 
नमुक्कारेणं न पारेमि....4.
ताव कायं ठाणेणं मोणेणं झाणेणं, 
अप्पाणं वोसिरामि....5.

एक लोगसा नहीं आवे तोह ४ नवकार का काउसग्ग करे 
Now say 1 Logassa If you dont know Logassa then say 4 Navkar mantra in Kausagg mudra.
Once done again say Logassa Sutra in normal posture as below.
प्रकट लोगसा कहे 
 || SHREE LOGASSA SOOTRA || 
लोगस्स उज्जोअ-गरे, धम्म-तित्थ-यरे जिणे
अरिहंते कित्तइस्सं, चउवीसं पि केवली    1
उसभ-मजिअं च वंदे, संभव-मभिणंदणं च सुमइं च
पउम-प्पहं सुपासं, जिणं च चंद-प्पहं वंदे    2
सुविहिं च पुप्फ-दंतं, सीअल-सिज्जंस-वासु-पुज्जं च
विमल-मणंतं च जिणं, धम्मं संतिं च वंदामि    3
कुंथुं अरं च मल्लिं, वंदे मुणि-सुव्वयं नमि-जिणं च
वंदामि रिट्ठ-नेमिं, पासं तह वद्धमाणं च    4
एवं मए अभिथुआ, विहुय-रय-मला पहीण-जर-मरणा
चउ-वीसं पि जिणवरा, तित्थ-यरा मे पसीयंतु    5
कित्तिय-वंदिय-महिया, जे ए लोगस्स उत्तमा सिद्धा
आरुग्ग-बोहि-लाभं, समाहि-वर-मुत्तमं-दिंतु    6
चंदेसु निम्मल-यरा, आइच्चेसु अहियं पयास-यरा
सागर-वर-गंभीरा, सिद्धा सिद्धिं मम दिसंतु    7

Give 1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,
मत्थएण वंदामि.. .1.

Now Say /हाथ जोड़कर पूछे 


"इच्छाकारेण संदिसह भगवन सामायिक मुहपट्टी पडिलेहुं ?"
"इछ्म" (हां) कहें।


Now open the Muhpatti and do padilehan.
अब मुहपट्टी खोलें और पैडिलेहन करें। 
Give 1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,

मत्थएण वंदामि.. .1.
Say 
"इच्छाकारेण संदिसह भगवन सामायिक पारुं ?"
"यथाशक्ति "
1 Khamasamna / एक खमासमणा दे 
इच्छामि खमा-समणो! वंदिउं, 
जावणिज्जाए निसीहिआए,

मत्थएण वंदामि.. .1.
Say 
"इच्छाकारेण संदिसह भगवन सामायिक पार्यू ?"
"तहत्ति"
दाहिना हाथ चरवला पर रखकर नवकार और सामाइय वयजुत्तो बोलना हे |
(keep your left hand on charwala and say below sutra )


णमो अरिहंताणं,

णमो सिद्धाणं,
णमो आयरियाणं,
णमो उवज्झायाणं,
णमो लोए सव्व साहूणं ।
एसोपंचणमोक्कारो, सव्वपावप्पणासणो ।
मंगला णं च सव्वेसिं, पडमम हवई मंगलं ।


|| सामाइय-वय-जुत्तो सूत्र || 
सामाइय-वय-जुत्तो, जाव मणे होइ नियम-संजुत्तो
छिन्नइ असुहं कम्मं, समाइय जत्तिआ वारा    1

सामाइयम्मि उ कए, समणो इव सावओ हवइ जम्हा
एएण कारणेणं, बहुसो सामाइयं कुज्जा    2

सामायिक विधि से लिया, विधि से पूर्ण किया,
विधि में जो कोई अविधि हुई हो,
उन सबका मन-वचन-काया से मिच्छा मि दुक्कडं    3

दस मन के, दस वचन के, बारह काया के
इन बत्तीस दोषों में से जो कोई दोष लगा हो,
उन सबका मन-वचन-काया से मिच्छा मि दुक्कडं    4

Now if the Stapana is done by you then in the below posture say 1 navkar mantra.
यदि स्तापनाचार्य आपके हो तो निचे वाली मुद्रा मे नवकार मंत्र कहकर योग्य स्थान पर रखे 

Samayik is Completed.
यहाँ सामायिक क्रिया पूर्ण होती हे 
****************************************************************************
Notes : If Samayik has completed 48 minutes and you are in middle of completing your mala then its ok to complete the mala first and then follow completion of the samayik.

अगर समाइक 48 मिनट पूरा कर चुका है और आप अपने माला को पूरा करने के बीच में हैं, तो पहले माला को पूरा गिने और फिर समाइक को पूरा करने का पालन करें।

EXPLANATION OF SAMAYIK :
Below video has very well explained the Samayik vidhi.
नीचे वीडियो में सामायिक विधी को बहुत अच्छी तरह से समझाया गया है।

why and which sutra is there and what is the importance.

However I would suggest that you go through the explanation of each of the Sutra's meaning in the below links.

37 SHRUTA DEVATA STUTI
38 KSHETRA DEVATA STUTI
40 BHAVANA DEVTA STUTI
41 KSHETRA DEVATA STUTI

Once you have gone through all the sutras and its meaning .I am sure you will have started liking the sutras as they are very understandable now.
एक बार जब आप सभी सूत्रों और उसके अर्थों से गुजर चुके होते हैं। मुझे यकीन है कि आपने सूत्रों को पसंद करना शुरू कर दिया होगा क्योंकि वे अभी बहुत आत्म व्याख्यात्मक हैं।

Niche Samayik peh ek achi pustak hain jisse YAHA click karke download kiya jaa sakta hain.

You can download this pdf from here


As you might also agree that what you see and think is what and how your bhavna and thoughts behave.
I would suggest you to go through the 14 bhavanas pravachan series as below.
This will definitely help you in your aatma siddhi
I will update more here later....

JAINAM JAYATI SHASHNAM


4 comments:

  1. For continue second samayik se have to again samayik levani
    Or just continue for second samayik

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    Replies
    1. Agar aapne Karemi Bhante bolne keh samay man main 2 samayik ka dhyaan/sankalp kiya ho toh samayik paarni nahi hain ....phir se dusri samayik ki prakriya karni hain ....Aise hi aap 3-4 samayik le sakte hian...

      अगर आपने करेमि भंते बोलने के समय मन मे २/3 समायिक का संकल्प किया हो तो आप बिना सामायिक पारे दूसरी सामायिकलेने की क्रिया करे।
      ऐसे ही आप 3-4 सामायिक ले सकते हें

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  2. BAhut hi acchi site banai hai and content bahut hi acche se create kara hai.. very helpful and useful. Many thanks!

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  3. Aapki shubhkamna ,prashansha aur aashirwad se hi yeh site achi ban paayi hai ......
    Bahut Bahut Dhanyavad.

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