CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR LYRICS :चिंतामणि मारी चिंता चूर :DOWNLOAD JAIN STAVAN SONG : PARSHWANATH BHAGWAN JAIN STAVAN SONGS DOWNLOAD MP3
CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR |
||चिंतामणि मारी चिंता चूर||
AANI SHUDH MAN
AASTHA, DEV JUHARU SHASHWATA...(2)
PARASNATH MAN-VANCHIT
PUR,
CHINTAMANI MARI
CHINTA CHUR
SHANKHESHWAR DADA
MARI CHINTA CHUR
….CHINTAMANI MARI
AANIYARI TARI
AANKHDI, JANE KAMAL NI PANKHDI …..(2)
MUKH DISE DUKH JAYE
DOOR,
CHINTAMANI MARI
CHINTA CHUR
SHANKHESHWAR DADA
MARI CHINTA CHUR
….CHINTAMANI MARI
KO KOI NE KOI NE
NAME, MARA MAN MA TUJ RAME .....(2)
SADA JUHARU UGTE
SOOR, CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR
SHANKHESHWAR DADA
MARI CHINTA CHUR
….CHINTAMANI MARI
SHANKHESHWAR NA SACHA
DEV, ASHUBH KARM NE PACHA THEV…...(2)
TU CHE MARE HAJRA
HAJUR, CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR
SHANKHESHWAR DADA
MARI CHINTA CHUR
…..CHINTAMANI MARI
AA STOTRA JE MAN MA
DHARE, TENA KAJ SADAY SARE.....(2)
AADHI VYADHI DUKH
JAYE DOOR, CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR
SHANKHESHWAR DADA
MARI CHINTA CHUR
…..CHINTAMANI MARI
MUJ NE LAGI TUJ SU
PREET, DUJO KOI NA AAVE CHIT…...(2)
KAR MUJ TEJ PRATAP
PARCHUR, CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR
SHANKHESHWAR DADA
MARI CHINTA CHUR
…..CHINTAMANI MARI
BHAVO BHAV MANGU TUJ
PAD SEV, CHINTAMANI ARIHANT DEV.....(2)
SAMAY SUNDAR KAHE GUN
BHARPUR, CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR
SHANKHESHWAR DADA
MARI CHINTA CHUR
CHINTAMANI MARI
CHINTA CHUR, SHANKHESHWAR DADA MARI
CHINTA CHUR
||चिंतामणि मारी चिंता चूर||
आणि मन शुद्ध आस्था ,देव जुहारु शाश्वता
पार्श्वनाथ मन वांछित पुर
चिंतामणि मारी चिंता चूर,शंखेश्वर दादा मारी चिंता चूर....
अणियाली थारी आँखड़ी
जाणे कामलतणी पांखडी
मुख दीठा दुःख जावे दूर
चिंतामणि मारी.........
को केहने को केहने नमे ,
मारा मन मा तुही गमे
सदा जुहरु उगते सुर ....
चिंतामणि मारी.......
बिछड़िया बालेसर बेल,
वैरी दुश्मन पाछा भेल
तू छे मारा हाज़रा हुज़ूर
चिंतामणि मारी......
यह स्तोत्र जो मनमें धरे
तेहनो काज सदाई सरे
आधी व्याधि सब जावे दूर
चिंतामणि मारी.......
मुझ मन लागि तुमसु प्रीत
दुझो कोई न आवे चित्त
कर मुझ तेज प्रताप प्रचुर
चिन्तामणि मारी.......
भवो भव देजो तुम पद सेव
श्री चिंतामणि अरिहंत देव
समय सुन्दर कहे गुण भरपूर
चिन्तामणि मारी.........
CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR LYRICS IN GUJRATI
आणि मन शुद्ध आस्था ,देव जुहारु शाश्वता
पार्श्वनाथ मन वांछित पुर
चिंतामणि मारी चिंता चूर,शंखेश्वर दादा मारी चिंता चूर....
अणियाली थारी आँखड़ी
जाणे कामलतणी पांखडी
मुख दीठा दुःख जावे दूर
चिंतामणि मारी.........
को केहने को केहने नमे ,
मारा मन मा तुही गमे
सदा जुहरु उगते सुर ....
चिंतामणि मारी.......
बिछड़िया बालेसर बेल,
वैरी दुश्मन पाछा भेल
तू छे मारा हाज़रा हुज़ूर
चिंतामणि मारी......
यह स्तोत्र जो मनमें धरे
तेहनो काज सदाई सरे
आधी व्याधि सब जावे दूर
चिंतामणि मारी.......
मुझ मन लागि तुमसु प्रीत
दुझो कोई न आवे चित्त
कर मुझ तेज प्रताप प्रचुर
चिन्तामणि मारी.......
भवो भव देजो तुम पद सेव
श्री चिंतामणि अरिहंत देव
समय सुन्दर कहे गुण भरपूर
चिन्तामणि मारी.........
CHINTAMANI MARI CHINTA CHUR LYRICS IN GUJRATI
JAINAM JAYATI SHASHNAM
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